Preparations underway to open extension branch of Forensic Science University in Panchkula
BREAKING
हरियाणा के 15 HCS अधिकारी IAS बने; सरकार ने जारी किया प्रमोशन का नोटिफिकेशन, देखिए प्रमोट होने वाले अधिकारियों की लिस्ट पंजाबी सिंगर हरभजन मान के साथ हादसा; कुरुक्षेत्र में हाईवे पर गाड़ी पलटी, डिवाइडर से टकराई, दिल्ली से शो करके चंडीगढ़ लौट रहे थे दिल्ली में महिला सांसद के गले से चेन खींची; हाई सिक्योरिटी जोन में मॉर्निंग वॉक के समय वारदात, गृह मंत्री को लेटर लिख कहा- शॉक्ड हूं राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट की फटकार; सेना से जुड़े मानहानि मामले में दी ये नसीहत, केस रद्द करने की याचिका पर की गई सुनवाई झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन; पिता के जाने पर टूटे CM हेमंत सोरेन, कहा- आज मैं शून्य हो गया, PM मोदी ने जताया दुख

पंचकूला में फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय की एक्सटेंशन ब्रांच खोलने की तैयारी

Preparations underway to open extension branch of Forensic Science University in Panchkula

Preparations underway to open extension branch of Forensic Science University in Panchkula

Preparations underway to open extension branch of Forensic Science University in Panchkula- चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू), गांधीनगर के अस्थाई और स्थाई परिसर की स्थापना के लिए पंचकूला में निशुल्क भूमि की पेशकश की है। इस बारे में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को  पत्र लिखा है। इस पत्र में मुख्यमंत्री ने परियोजना को शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह भी किया है।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गृहमंत्री को लिखे पत्र के बारे में बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार ने पहले 15 नवंबर, 2022 को पंचकूला में एनएफएसयू परिसर स्थापित करने के लिए एक अर्ध-सरकारी पत्र के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुमति मांगी थी। मामले को एनएफएसयू गांधीनगर को भेज दिया गया, जिसने फिर एक समिति बनाई। समिति ने पंचकूला में प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण किया और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से न केवल हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए इस क्षेत्र में नए अवसर भी पैदा होंगे। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने परियोजना के बारे में कहा कि राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के छात्रों के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम होगा, खासकर नए आपराधिक कानूनों भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के संदर्भ में इसकी महती भूमिका रहेगी। 

यह संस्थान छात्रों को आधुनिक फोरेंसिक तकनीकों और न्यायिक विज्ञान की शिक्षा प्रदान करेगा, जिससे वे कानून प्रवर्तन और न्यायिक प्रक्रियाओं में प्रभावी रूप से योगदान दे सकेंगे।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उपकरणों के आधुनिकीकरण, क्षमता निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस संबंध में राज्य सरकार ने अतिरिक्त 17 एमएफएसयू, 9 विषय विज्ञान प्रभागों को मंजूरी दी है और एफएसएल के लिए आधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए 68.70 करोड़ रुपये की राशि भी मंजूर की है। नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के बाद से एफएसएल हरियाणा में स्वीकृत पदों की संख्या 351 से बढ़ाकर 599 और तैनात अधिकारियों की संख्या 167 से बढ़ाकर 342 तक वृद्धि की गई है।  इनमें  257 नव सृजित पदों की भर्ती प्रक्रिया जारी है।